वर्ष 2019 के लिए 55 वां ज्ञानपीठ पुरस्कार मलयालम भाषा के कवि अक्कितम अच्युतन नंबूदरी को

वर्ष 2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार मलयालम कवि अक्कितम अच्युतन नंबूदरी को दिया जाएगा।  इस पुरस्कार के लिए उनके नाम का निर्णय ओड़िया लेखिका प्रतिभा राय की अध्यक्षता में निर्णायक मंडल द्वारा लिया गया। इस पुरस्कार के अंतर्गत 11 लाख रूपए, वाग्देवी की एक मूर्ति, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाते हैं। यहां बता दें कि मलयालम के इस कवि का जन्म 8 मार्च 1926 को केरल के पलक्कड़ जिले में हुआ था। अब तक इन्होंने 55 किताबें लिखी हैं। जिनमें 45 कविता संग्रह हैं। इससे पूर्व इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार, कबीर पुरस्कार आदि से सम्मानित किया जा चुका है। ज्ञानपीठ पुरस्कार आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में दिया जाता है। वर्ष 2019 का पुरस्कार मलयालम भाषा के कवि को मिला है। यद्यपि वर्ष 2018 का ज्ञानपीठ पुरस्कार अमिताव घोष को दिया गया; जो अंग्रेजी के प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं। जबकि अंग्रेजी भाषा आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। वर्ष 2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार 55 वां ज्ञानपीठ पुरस्कार है।