मैं हिंदी हूँ (कविता)

मैं हिंदी हूँ



हिन्दी जुड़वाँ*,  नई दिल्ली, भारत 


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हिंदी मैं '' हिंदी'' आज ये आह्वान करती हूँ l
मैं भारत की भाषा,मैं सबको प्रणाम करती हूँ ll
       स्वर्ग भूमि मेरी भारती, 
       वेद मंत्र से करें आरती l
       देव रहे मेरे सारथी, 
       संस्कृत को मां कहने वाली l
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
        संस्कृत में संस्कार मेरा, 
        आर्यावर्त पर है राज मेरा l
        सर्व शिरोमणि ताज मेरा, 
        अखंड नेत्री रहने वाली ll
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूं….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
       देव लोक आर्य प्रांगण में, 
       सस्य-श्यामला से आंगन में l
       सुमधुर स्वर के संगम में, 
       परिचय अपना देने वाली ll
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
      भारतीयों ने अपनाया, 
      राष्ट्र राग में मुझको गाया l
      मां का स्थान मैंने पाया, 
      सभी का हित चाहने वाली ll
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
     विधि में मेरा सुश्रेष्ठ स्थान, 
     पंचसूत्री सत्रह संतान l
     यही है मेरी पहचान, 
     सबके दिल में बसने वाली ll
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
      मैं सुकवियों की कविता में, 
     आदि धर्म ग्रंथ संहिता में l
     हिंदुस्तान की परिणीता में, 
     मैं प्रथम स्थान पाने वाली ll
 मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll
      सर्व धर्म पहचान मेरी, 
      वीणा स्वर में तान l
      हिंदी जुड़वाँ जान मेरी, 
      सबको वर मैं देने वाली ll
मैं भारत में हूँ जन्मीं, मैं भारत में रहने वाली l
मैं हिंदी हूँ….. ''हिंदी''... भारत की भाषा हूँ ll



 


कवि परिचय-


*हेतराम भार्गव & हरिराम भार्गव

 

हेतराम भार्गव 
शिक्षा - MA हिन्दी, B. ED., NET 8 बार 
हरिराम भार्गव 
शिक्षा - MA हिन्दी, B. ED., NET 8 बार JRF सहित 


माता-पिता - श्रीमती गौरां देवी, श्री कालूराम भार्गव 


प्रकशित रचनाएं - 
जलियांवाला बाग दीर्घ कविता (सह लेखन जुड़वाँ भाई हेतराम हिन्दी जुड़वाँ के साथ - खंड काव्य )
मैं हिन्दी हूँ - राष्ट्रभाषा को समर्पित महाकाव्य (सह लेखन जुड़वाँ भाई हेतराम हिन्दी जुड़वाँ के साथ - महाकाव्य )
आकाशवाणी वार्ता - सिटी कॉटन चेनल सूरतगढ राजस्थान भारत 
कविता संग्रह शीध्र प्रकाश्य - 
यह मेरे पंजाब की धरती (सह लेखन जुड़वाँ भाई हेतराम हिन्दी जुड़वाँ के साथ - महाकाव्य )
तुम क्यों मौन हो - (सह लेखन जुड़वाँ भाई हेतराम हिन्दी जुड़वाँ के साथ - खंड काव्य )  
पत्र - पत्रिकाएँ - शोध जर्नल 
स्त्रीकाल - (यूजीसी लिस्टेड शोध पत्रिका) आजीवन सदस्यता I
अक़्सर - (यूजीसी लिस्टेड शोध पत्रिका) आजीवन सदस्यता I
अन्य भाषा, गवेषणा, इन्द्रप्रस्थ भारती, मधुमति का नियमित पठन I
समाचार पत्र - प्रभात केशरी (राजस्थान का प्रसिद्ध सप्ताहिक समाचार पत्र) में समय समय पर विभिन्न विमर्श पर लेखन I


उद्देश्य- हिंदी को लोकप्रिय राष्ट्रभाषा बनाना। 



 

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