भारत में नवविवाहित प्यार और कोरोना - डॉ. मंजू रानी
नवविवाहित प्यार और कोरोना



डॉ. मंजू रानी, दिल्ली, भारत 


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जैसा कि लॉकडाउन होने से पहले जिन युवक-युवतियों की शादी संपन्न हो गई थी आज वह लॉकडाउन में एक घर ,एक छत के नीचे अपने जीवन साथी के साथ रह रहे हैं ,यह समय उस युवती के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जब वह किसी की बेटी ,बहन बनकर अपने घर से विदा हो अपने पति के घर नए संबंध जैसे बहु, भाभी ,चाची जैसे नवीनतम रिश्ते धारण करें आती है, जहां पहले उसे अपने मायके में  मां के आंचल के तले रात को सोने के बाद सुबह उठते ही चाय का प्याला उसके सिरहाने रख दिया जाता था, जहां उसकी मां, बहन उसकी पसंद का खाना पूछ कर बनाती थी, आज वह स्वयं सवेरे उठकर सबसे पहले अपने पति के साथ अन्य परिवार के सदस्यों की पसंद का खाना पूछती है और विभिन्न व्यंजनों तैयारी में रसोई में तन - मन से जुट जाती है आज खाने में क्या  सुबह की चाय में अदरक या इलायची डालू? मीठे में हलवा या लड्डू बनाऊ ? आदि प्रश्नों से सुबह-शाम घर के आंगन आवाजे खनकती सुनाइए दी जाने लगती हैं ,यही से दोनों नवदम्पति की नई जीवन- यात्रा शुरू हो जाती हैं। युवती अपने पति और अन्य परिवार के सदस्यों को एक साथ प्रेम की माला में पिरोने का भरकस प्रयास करने लगती है, अपनी छुपी हुई प्रतिभाओं को घर की रसोई में, घर की सजावट में, पौधारोपण में आदि-आदि जगह नए-नए तरीकों से घर को मंदिर का रूप देने में अपना सर्वस्व निछावर कर देती है। इस महामारी कॅरोना वायरस के चलते नवविवाहिता को घर के सभी सदस्यों और खासकर अपने जीवनसाथी को समझने का भरपूर सुनहरा अवसर मिलता है। इस वायरस के चलते घर में सभी सदस्य एक साथ एकत्र हो कपिल शो रामायण,कृष्णा, अन्य आदि एंटरटेनमेंट प्रोग्राम  मनोरंजन देने वाले कार्यक्रमों का भरपूर आनंद एक साथ बैठकर उठाते हैं, हँसी के ठहाके पूरे घर में सुने जा सकते हैं। कोरोना वायरस के चलते नवविवाहित जोड़ों में प्यार करने और आपस एक -दूसरे को समझने का बहुत ही खूबसूरत अवसर प्रदान किया है, घर में साथ रहकर प्रेम को त्याग,सहनशीलता और समझदारी से खूबसूरत रूप प्रदान किया जा रहा हैं।


 


परिचय-


डॉ. मंजू रानी

कार्य क्षेत्र - अस्सिस्टेंट प्रोफेसर, दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली


 


 


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