हिंदी कवि सम्मेलन गांधीनगर में हुआ संपन्न

महात्मा गांधी साहित्य सेवा संस्थान गांधीनगर के तत्वावधान में हिंदी ऑनलाइन कवि सम्मेलन हुआ संपन्न




(डॉ गुलाबचंद चंद पटेल, अध्यक्ष)


 



(श्री रमेश मूलवानी, सचिव)


 


गुजरात के गांधी नगर राजधानी में जहा विश्व में प्रसिद्ध महात्मा गांधी मंदिर स्थित है उस ग्रीन सिटी गांधी नगर मे ऑन लाइन कवि सम्मेलन आज दिनांक 5 मई 2020 को आयोजित किया गया था जिसमें 80 के करीब कवियों ने अपनी रचनाए प्रस्तुत की।  

 

" गुलों का स्वभाव है खिलकर मूरझा जाना किन्तु उसका फ़र्ज भी है , चमन को महका जाना। "

 

कोरोना लोकडाउन की परिस्थिति में सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए डीजिटल मीडिया का बेहतरीन उपयोग करते हुए महात्मा गांधी साहित्य सेवा संस्थान द्वारा गांधीनगर के आँगन मेंं राष्ट्र भाषा को बढ़ावा देने हेतु ऑननलाइन हिन्दी कवि सम्मेलन आज सम्पन्न हुआ।

सम्मेलन का उद्घाटन राजस्थान की सलीला साहित्य अकादमी सलूंबर के अध्यक्षा आदरणीया डॉ विमला भंडारी जी ने किया। सम्मेलन में  मीन साहित्य संस्कृति मंच, बहादुरगढ़ झज्जर हरियाणा की डॉ मीना कुमारी सोलंकी ने अतिथि रूप में आशीर्वाद प्रदान किया। 

सम्मेलन में महात्मा गांधी सेवा मंच के उपाध्यक्ष  प्राध्यापक गोरखनाथ कोथेपूरे नासिक महाराष्ट्र से आशीर्वचन दिए और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सम्मेलन में कुल 157 कवि हाजिर रहे। उनमें से 79 कवियों ने हिस्सा लिया। देश के बिहार , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , पटना ,उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ , दिल्ली ,कर्नाटक ,मध्य प्रदेश , जारखंड ,नागपुर महाराष्ट्र ,छपिया उत्तर प्रदेश , डांग जिला गुजरात ,खेड़ा जिला ,गोधरा जिला गुजरात ,यूपी के हाथरस जिले से, वडनगर जैसे छोटे गांव से , बाड़मेर के राजस्थान से और भावनगर , अहमदाबाद , गांधीनगर के कई कवियों ने इस कवि सम्मेलन में तहे दिल से हिस्सा लिया और अपनी बेहतरीन रचना प्रस्तुत की। कवियों में डॉक्टर , एडवोकेट प्रोफेसर , प्राध्यापक एवं बैंक कवि थे। डायबिटीज के अहमदाबाद के जाने माने डॉक्टर निम्मी मूलवानी , एडवोकेट में फैमिली कोर्ट की प्रख्यात एडवोकेट मीना साधवानी, डॉक्टरेट में डॉ नेहा इलाहाबादी , डॉ भावना सांवलिया राजकोट गुजरात , डॉ राजेश मूलवानी प्राचार्य डायट कठलाल जिले खेड़ा, डॉ. सुरेश वि देसाई गुजरात, डॉ.गुलाबचंद पटेल, डॉ मणी मुथालिक जलगांव महाराष्ट्र, डॉ.जयंतीलाल डांग जिला गुजरात , डॉ.उर्मिला पोरवाल बेंगलुरु , प्रो. डॉ.दिवाकर दिनेश गौड़ गोधरा गुजरात , डॉक्टर महताब अहमद आजाद उत्तर प्रदेश, बैंक के निवृत्त अधिकारी रमेश मूलवानी, जेबी पटेल , बैंक कर्मचारी कल्पना नायक , अध्यापक विनीत कुमार असर एवं अन्य कवियों ने हिस्सा लिया। महात्मा गांधी साहित्य सेवा संस्था के सभी साथियों ने अपना धर्म निभाया। महात्मा गांधी साहित्य सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री डॉ गुलाबचंद भाई पटेल और सभी साथियों ने नीवं रखी। डॉ. गुलाब चंद पटेल अध्यक्ष ने बुनियाद रखी बाकी सेना ने एकजुट होकर सहयोग देते बहुत ही सफलतापूर्वक कार्य को पार किया। सब अभीनंदन के अधिकारी हैं। महात्मा गांधी साहित्य  संस्था के सचिव श्री रमेश भाई मूलवानी ने एक बार फिर से आशिकी कर ली। उसी मोहब्बत का नतीजा यानी कार्यक्रम की एक और सफलता है। भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है। रमेश भाई मूलवानी ने बिना विचलित हुए अपने मकसद और डॉ. गुलाब चंद पटेल के विश्वास पर खरे उतरे। आज शब्द भी आंख मिचौली खेल रहे थे। महात्मा गांधी साहित्य सेवा संस्थान के अध्यक्ष और सचिव चांद और सूरज की तरह अपने अपने समय पर चमकते हैं लेकिन आज एक ही साथ रोशनी देते हुए नजर आए। सम्मेलन का समापन आभार व्यक्त डॉ सुरेश वी देसाई ने किया। 

 


 


हिंदी को समर्पित समस्त प्रकार की खबरों, कार्यक्रमों तथा मिलने वाले सम्मानों की रिपोर्ट/फोटो/वीडियो हमें pragyasahityahindisamachar@gmail.com अथवा व्हाट्सएप नंबर 09027932065 पर भेजें।


'नि:शुल्क प्राज्ञ कविता प्रचार योजना' के अंतर्गत आप भी अपनी मौलिक कविताएं हमें pragyasahityahindi@gmail.com अथवा व्हाट्सएप नंबर 09027932065 पर भेजें।


'नि:शुल्क प्राज्ञ लेख प्रचार योजना' के अंतर्गत आप भी अपने लेख भेजने हेतु 09027932065 पर संपर्क करें।


प्राज्ञ साहित्य की प्रति डाक से प्राप्त करने व वार्षिक सदस्यता प्राप्त करने के लिये 09027932065 पर संपर्क कर हमारा सहयोग करें।


'प्राज्ञ साहित्य' परिवार का हिस्सा बनने के लिए 09027932065 पर संपर्क करें।