माँ
जगदीप सिंह मान "दीप", दिल्ली, भारत
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कवि परिचय-
जगदीप सिंह मान "दीप"
शिक्षा- एम.ए.हिन्दी,बी.एड,NET
प्रकाशित रचनाएं- "कल ही किनारे आएंँगे", "भारत ना कभी हारा था ना कभी हारेगा", "जग का यही दस्तूर", "देखे हुए सपने उसके हवा हवाई होंगे", "मान जा कहना मेरा",कहानियाँ-"प्रेरणा", "आत्मविश्वास"
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